जशपुर.22 जूलाई. (रमेश शर्मा)
जशपुर पुलिस अधीक्षक डी.रविशंकर ने सभी थाना पुलिस को स्कूली बच्चों को अपनी सुरक्षा कैसे करे इसके संबंध में आवश्यक जानकारी देकर जागरूक करने की बात पर जोर दिया है। इसी क्रम में अब शैक्षणिक संस्थानों के खुलते ही महिला पुलिस अधिकारी अपनी टीम के साथ शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पहुंच रहे हैं. स्कूली बच्चों को भी पुलिस का अलर्ट मोड खूब भाने लगा है।
शुक्रवार को थाना पत्थलगांव में टीआई श्रीमती मल्लिका तिवारी ने “विश्वास अभियान एवम् अभिव्यक्ति ऐप” के तहत सेंट जेवियस स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया . इस कार्यक्रम में बच्चो को नशा उन्मूलन,एटीएम ठगी,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,,साइबर अपराध एवं महिला संबंधी अपराध आदि विषयों पर जानकारी दी गई। ट्रैफिक नियमों के बारे में भी जानकारी दी गई।

दरअसल, जशपुर जिले को मानव तस्करी के ज्यादा अपराधों के कारण पुलिस को अक्सर आरोपियों को पकड़ने की खातिर मशक्कत करनी पड़ती है. इसके अलावा ऑनलाइन ठगी के अपराधों के लगातार तेजी से बढ़ रहे प्रकरणों पर अकुंश लगाने के लिए पुलिस टीम का जागरूकता अभियान मील का पत्थर साबित हुआ है. इसके लिए पुलिस अधीक्षक डी.रविशंकर शैक्षणिक संस्थानों को बेहतर प्लेटफार्म बनाया है.पुलिस अधीक्षक व्दारा इन कार्यों की
मॉनिटरिंग के लिए अपने मातहत अधिकारियों को खास निर्देश दिये है जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पाण्डेय और उप पुलिस अधीक्षक भी सतत मार्ग दर्शन दे रहे हैं.
वे भी अपने इलाकों में मौजूद स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कर जागरूकता अभियान को बेहतर बनाने में जुटे हैं।

पत्थलगांव की महिला निरीक्षक मल्लिका तिवारी लम्बे समय से मानव तस्करी के जटिल मामलों की स्वतः जांच करने के साथ इस घृणित अपराध के धंधे में हर पहलू को नजदीक से देख लेने के कारण उनका अनुभव काफी लाभदायक सिद्ध हो रहा है. यौन उत्पीड़न की घटना मे भी पीड़ित पक्ष से आत्मीय व्यवहार पुलिस का जागरूकता अभियान को सुदृढ़ बना रहा है.
पुलिस अधीक्षक डी.रविशंकर ने साफ लहजे में हिदायत दे दी है कि कानून व्यवस्था और पुलिसिंग में किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस वजह जिले भर के शैक्षणिक संस्थानों (Educational Establishments) में पुलिस की टीम गंभीरता से काम कर रही है.
जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र की महिला पुलिसकर्मी शैक्षणिक संस्थानों में जाकर छात्राओं को गुड टच, बैड टच, यौन उत्पीड़न, आरोपियों की पहचान और यौन शोषण का शिकार होने पर पुलिस की मदद एवं पुलिस हेल्पलाइन नंबर सहित अन्य जानकारी देकर उन्हें जागरूक करने का काम कर रहे हैं। इसके लिए स्कूल खुलने पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम एवं प्रशिक्षण शिविर किऐ जा रहे है।


















