जशपुर. 18 जूलाई.
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में इन दिनों ग्राम पंचायत सचिव संघ के पदाधिकारियों के द्वारा लगातार जिला प्रशासन की कार्यवाही के खिलाफ ही आंदोलन की धमकी देकर अनुचित दबाव बनाने की कुचेष्टा की जा रही है. ग्राम पंचायत सचिव संघ के इस दबाव के चलते शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन में अवरोध उत्पन्न होने लगा है.
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली गोठान योजना का क्रियान्वयन में भारी लापरवाही बरतने की बात सामने आने पर जशपुर जनपद अंतर्गत ग्राम घोलेंगे के सचिव को निलंबित किया गया है. इस निलंबन के विरोध में जशपुर ब्लॉक इकाई के सचिवों ने मोर्चा खोलते हुए आज से पंचायतों में काम बंद कर दिया है.
सचिव संघ द्वारा जनपद सीईओ जशपुर को ज्ञापन देकर बताया गया है कि गोठान संचालन के लिए कई सारे विभागों को जिम्मेदारी दी गई है. पंचायत के सरपँच को भी गोठान संचालन के दायित्व दिये गए हैं लेकिन केवल पंचायत सचिव को टारगेट करके केवल सचिव के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई अनुचित है.
इसके पहले बीते सप्ताह बगीचा विकास खंड में पीडीएस चावल हेराफेरी के मामले में फुलझर ग्राम पंचायत सचिव के विरुद्ध सन्ना थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद सचिवों ने काम बंद कर आंदोलन करने का अनैतिक दबाव बनाया गया था. उस प्रकरण में कलेक्टर के निर्देश पर ही खाद्य अधिकारी ने समुचित जांच के बाद प्रतिवेदन एसडीएम को दिया गया था.
सन्ना थाना पुलिस ने अपराधिक प्रकरण दर्ज कर सचिव और महिला सरपंच सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
इस मामले को लेकर जशपुर ब्लॉक के सभी पंचायत सचिवों ने काम बंद कर कलम बन्द हड़ताल का एलान कर दिया था.
जशपुर जिले में ग्राम पंचायत सचिव संघ बार बार जिला प्रसाशन की कार्यवाही पर दबाव बनाने से अन्य विभागों के कर्मचारियों को काम करने में दिक्कतें होने लगी हैं.
जिला प्रशासन यंहा ग्राम पंचायत सचिव संघ के विरुद्ध कोई कड़ा रुख अख्तियार नही कर रहा है जिससे इनके हौसले बुलंद हैं, इससे सरकार योजनाओं का क्रियान्वयन मे रूकावट के साथ प्रशासन की छवि पर भी खराब असर पड़ रहा है.