कमजोर बच्चों को विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता-अध्यक्ष अर्चना जयंत ठेठवार
शासन के मंशानुरूप योजनाओं का हो क्रियान्वयन- ताजीम
रायगढ़ / राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर के निर्देशानुसार दिनांक 20 जनवरी को मासिक बैठक का तृतीय चरण शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के द्वारा रखी गई जिस पर अध्यक्ष उपाध्यक्ष विधायक प्रतिनिधि पार्षद एवं सदस्यों द्वारा कई बिंदुओं पर चर्चा की गई विदित हो कि भूपदेव पाठशाला ,केवड़ा बाड़ी स्कूल, एवं सरदार वल्लभभाई पटेल विद्यालय के समस्त शाला प्रबंधन विकास समिति के अध्यक्ष अर्चना जयंत ठेठवार,विधायक प्रतिनिधि शेख ताजीम,प्राचार्य राजेन्द्र मेहर एवं सचिव राजेश कुमार डनसेना अध्यक्ष लता साहू,गायत्री ठाकुर,विभा शर्मा,प्रभारी प्राचार्य गौरी महंती,अनिल कुमार मोदी मिडिल स्कूल हेड मास्टर,सुरेश जाटवर,दीनदयाल चौधरी की उपस्थिति में उपचारात्मक शिक्षण, अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम,पालक संपर्क ,एलएमडीसी की राशि एवं व्यय गणतंत्र दिवस हेतु, बसंत पंचमी,प्रायोगिक परियोजना परीक्षा,प्री बोर्ड परीक्षा, अंतर शालेय मार्गदर्शन कैंप,बोर्ड परीक्षा, विद्यार्थियों की उपस्थिति, शालेय स्वच्छता पाठ्यक्रम,स्वास्थ्य परीक्षण एवं करुणा पर विस्तृत चर्चा की गई।उक्त बैठक में पालकों को भी बुलाया गया था जिसमे उनकी ओर से बच्चों के बौद्धिक एवं शैक्षणिक विकास के लिये समिति से चर्चा की। पालकों द्वारा बच्चों को घरेलू अभ्यास कार्य देने हेतु भी कहा गया।
अर्चना जयंत ठेठवार ने कहा कि प्रायमरी के बच्चों एवं कमजोर बच्चों को विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है संमस्त शिक्षक शिक्षिकाओं की यह जिम्मेदारी है कि कक्षावॉर बच्चों में बौद्धिक विकास होना अनिवार्य है।
विधायक प्रतिनिधि शेख ताजीम ने पालकों को भी बच्चों के अभ्यास पुस्तको को प्रतिदिन जाँच कर समय समय पर स्कूल में शिक्षिकाओं को अवगत कराने कहा गया।वही स्कूल प्रबंधन से आग्रह किया कि शासन के सरकार के मंशानुरूप संमस्त योजनाओं का उचित क्रियान्वयन कर बच्चों को सभी सुविधाओ का लाभ दिलाये।










