शांतिकुंज हरिद्वार से आएंगे कुलाधिपति डॉक्टर चिन्मय पांड्या
रायगढ़ / बैसपाली गौशाला में 3 फरवरी से 6 फरवरी तक होने वाले 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के प्रचार प्रसार
एवं समाज मे देवत्व के उदय और धरती को स्वर्ग बनाने के उद्देश्य को लेकर दोपहर 3 बजे गायत्री मंदिर हंडी चौक से शांति कुंज हरिद्वार से लाए हुए शक्ति कलश के साथ सैकड़ो श्रद्धालुओ ने मुख्य मार्गो में नगर भ्रमण किया।
गायत्री एवं गौ सेवा साधना संस्थान बैसपाली (नन्देली) में आगामी 03 से 06 फरवरी को होने वाली
नवचेतना जागरण 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है।वही आयोजन के प्रचार प्रसार हेतु गायत्री मंदिर हंडी चौक रायगढ़ से शांति कुंज हरिद्वार से लाए हुए शक्ति कलश के साथ सैकड़ो श्रद्धालुओ ने मुख्य मार्गो में नगर भ्रमण कर यज्ञ में शामिल होने अपील किया।गायत्री परिवार के समस्त सदस्यों द्वारा द्वारा आगामी कार्यक्रम के योजनानुसार वृहद स्तर में आगंतुकों के सुविधाओ को देखते हुए निवास,भोजन,नित्यकर्म,योग,कीर्तन,साधना एवं यज्ञ कुंड का ब्यवस्था किया जा रहा है, गायत्री परिवार के सदस्यों का कहना है कि सेवा साधना शिक्षा स्वास्थ्य के उद्देश्य को लेकर गुरुजी और माताजी के बताए मार्ग हम पर सभी चल रहे है ।
देव संस्कृति विश्व विद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार के प्रोफेसर डॉ कामता साहू ने बताया कि मैं ग्राम बैसपाली का ही निवासी हु यह गौशाला 2006 से संचालित है वर्तमान में 300 बंजर बूढ़े गाय यहां है उनके संवर्द्धन के लिये कार्य किये जा रहे है, शेड निर्माण जारी है साथ ही गौशाला के विस्तार एवं 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के विराट आयोजन हेतु विगत दिनों भूमिपूजन भी की गई है,और इस आयोजन के लिये जो ब्यवस्थाये लगनी है उसी की तैयारी की जा रही है वही यज्ञ आयोजन में संमस्त शहरवासियों एवं ग्रामीण क्षेत्रवासियों को नगर भ्रमण के माध्यम से सम्मिलित होने अपील की गई ।
किरण श्रीवास्तव नारी जागरण उप जोन प्रभारी ने बताया कि कुलाधिपति डॉक्टर चिन्मय पांड्या के गरिमामयी उपस्थिति में 3 से 6 फरवरी तक होने वाले 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के प्रचार प्रसार एवं समाज मे देवत्व के उदय और धरती को स्वर्ग बनाने के उद्देश्य को लेकर दोपहर 3 बजे गायत्री मंदिर हंडी चौक से शांति कुंज हरिद्वार से लाए हुए शक्ति कलश के साथ हम सभी गायत्री परिवार ने मुख्य मार्गो में नगर भ्रमण कर यज्ञ में शामिल होने आग्रह किया है।










