रायगढ़। देश में सबसे प्रदूषित जिले में शुमार रायगढ़ में आए दिन नए उद्योग और उद्योगों का विस्तारीकरण द्रुत गति से जारी है। रायगढ़ के तमनार, घरघोड़ा, धरमजयगढ़ और लैलूंगा के बाद खरसिया भी इस जिले का सबसे प्रदूषित विधानसभा क्षेत्र होगा। जिले के जनप्रतिनिधियों के सरल सहज और कुछ ना कहने की प्रवृत्ति के कारण उद्योगपतियों ने रायगढ़ जिले की जल, जंगल और जमीन पर कब्जा कर लिया है। प्रदूषित जिला का दर्जा मिलने के बाद भी रायगढ़ में उद्योगों का विस्तारीकरण बदस्तूर जारी है और यह सिलसिला कब थमेगा जब कहा नहीं जा सकता।
खरसिया के कुनकुनी में मेसर्स सार स्टील एंड पावर लिमिटेड प्लांट लगने जा रहा है । जिसमें प्लांट की क्षमता आयरन ओर पेलेटाइजेशन प्लांट 900000 टीपीए, स्पंज आयरन 231000 टीपीए, एमएस बिलेट्स 2,04000 एमटीपीए, रोलिंग मिल की क्षमता 198000 टीपीए, कैपटिव पावर प्लांट 24 एमडब्ल्यू होगी।
विस्तारीकरण के नाम पर ग्रामीणों को प्रदूषण और जहर खुलकर परोसा जा रहा है जिम्मेदार पर्यावरण विभाग के कानों पर अब तो जू भी नहीं रेगती, उद्योगपति विकास के नाम पर भोले भाले गांव के लोगों को प्रदूषण जहरीली गैसों में मरने के लिए छोड़ दिए हैं।
मेसर्स सार स्टील एंड पावर लिमिटेड कुनकुनी आरओबी रेलवे स्टेशन खरसिया की स्थापना के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु लोक सुनवाई 20 जनवरी 2023 समय प्रातः 11:00 परियोजना स्थल ग्राम कुनकुनी खरसिया में रखी गई है। इस परियोजना में खैरपाली, कुनकुनी, पामगढ़, नवागांव, बडे डूमरपाली, कुरु, रानी सागर, दर्रामुड़ा, चपले, रजघटा, बसनाझर आदि दर्जन गांव प्रदूषण की चपेट में आएंगे।