रायगढ़ / सावन की पावन महीने की शुरुआत आज से हुई है सुबह से ही रुक रुक कर बारिश हो रही है। जिसे सावन माह आवाज मान सकते हैं। शहर के सभी शिव मंदिरों में कांवरियों के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
पंडित रामनंदे ने बताया की सबसे ऐतिहासिक मंदिरों में एक है गौरीशंकर मंदिर जहां सावन में लोग पूजा करने लोगों की लंबी कतार लगी रहती है। आस्था के अनुसार शहर के लोग चंद्रपुर, बंजारीधाम, पोरथ, जैसे पवित्र स्थानों से जल लेकर गौरीशंकर मंदिर में जल चढ़ाने पहुंचते हैं। मंदिर में पूजा-अर्चना की तैयारी पूरी कर ली गई। निकले महादेव मंदिर केवड़ाबाड़ी में भक्तों के लिए हर सोमवार महारूद्राअभिषेक का आयोजन किया जाएगा। जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई। मदिरों को झालर से सजाया गया है। मंदिर में बाहर जल चढ़ाने वालों की भीड़ रहती है। बरसात के समय परेशानी ना हो इसके लिए मंदिर के बाहर टेंट लगाया गया है। सुबह से शाम तक मंदिर में भजन कीर्तन किया जाएगा। कोसमनारा बाबा धाम में भी पूरी तैयारियां की जा चुकी है।
14 जुलाई से 12 अगस्त तक सावन, चार सोमवार शिव भक्तों के लिए सावन सोमवार का विशेष महत्व रहता है। सावन का महीना शिवभक्तों के लिए पवित्र माना जाता है वहीं सोमवार को कांवरिये मनोकामना के साथ जलाभिषेक करते हैं। जल चढ़ाने दूर-दूर तक नंगे पाव टोली बनाकर शहर से रवाना होते हैं। लोगों की आस्था हमेशा ही देखी जाती है। इस बार सावन 14 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक रहेगी। जिसमें 4 सावन सोमवार मनाई जाएगी। इस दिन लोग आसपास के मंदिरों व शिवलयों में जल चढ़ाने भीड़ देखी जा सकती है।