रायगढ़ |
28 सीसी बटालियन एनसीसी रायगढ़ के संयोजन में चल रहे एक भारत श्रेष्ठ भारत के 12 दिवसीय विशेष शिविर में सहभागी छात्र-छात्राओं को छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति से परिचित कराने के लिए रायगढ़ के समाज कल्याण विभाग एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजन में रायगढ, तमनार एवं लैलूंगा विकासखंड के कलाकारों द्वारा 15 सितंबर गुरुवार को नगर पालिक निगम ऑडिटोरियम पंजरीप्लांट में भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई ।
इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि नगर पालिक निगम के आयुक्त संबित शर्मा की उपस्थिति में की गई एवं विभागीय उच्चाधिकारी कैंप कमांडेंट कर्नल वी.मल्होत्रा, एड्जूडेंट संतोष रावत आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त अविनाश श्रीवास सहित छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के लेफ्टिनेंट शारदा घोगरेे, मनोज षडंगी एवं एनसीसी ऑफिसर स्टाफ तथा शिविर प्रतिभागियों की भव्य उपस्थिति रही ।
संस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता व्याख्याता राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक भोजराम पटेल ने करते हुए सौरभ श्याम संगीत सृजन केन्द्र रायगढ़ बोईरदादर के कलाकारों को आमंत्रित किया जिसमें उग्रसेन पटेल के निर्देशन में पर्ल मोटवानी, कुमारी मेघा अग्रवाल, पूर्वा डनसेना, मीनाक्षी शर्मा, हनी डनसेना , प्रणव अग्रवाल, सम्यक अग्रवाल के समवेत स्वर में स्वागत गीत के पश्चात प्रेरणा गीत की प्रस्तुति दी गई। गीत संगीत के प्रस्तुति क्रम में समाज कल्याण विभाग से कला पथक कलाकारों के संगीत संयोजन में भोजराम पटेल द्वारा नौजवानों के लिए प्रेरक गीत – हम मतवाले हिम्मत वाले .. मंजिल से टकरा रहे .. की प्रस्तुति के साथ कृष्णा शोभा नृत्य रंगमंच बोईरदादर द्वारा छत्तीसगढ़ के उत्तर पूर्वी अंचल में आदिवासियों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले लोकनृत्य ‘सैला’ की प्रस्तुति विश्वजीत साहू एवं कृष्ण साव

के निर्देशन मे प्रस्तुत की गई जिसमें कु.मुस्कान, प्राची, सोनल, हिमानी, संस्कृति, पूजा, राखी, सुदीक्षा, शिवानी एवं अविनाश की सहभागिता रही । इसी क्रम में आयत कथक अकैडमी रायगढ़ के कलाकारों द्वारा तब्बू परवीन के निर्देशन में सामूहिक कथक नृत्य की प्रस्तुति जया दीवान, ईशा केशरवानी, अनुजा बाजपेई, अदिति होता, शताक्षी सोनी, विभूति शर्मा, रूही एवं अक्षिता वर्मा की सहभागिता में एवं शिव तांडव स्त्रोत कुमारी शताक्षी सोनी द्वारा बहुत ही खूबसूरत ढंग से प्रस्तुत की गई। शास्त्रीय संगीत विधा से संबंद्ध युगल नृत्य विभूति शर्मा एवं जया दीवान द्वारा प्रस्तुत किया गया वहीं भोजराम पटेल द्वारा छत्तीसगढ़ी लोकगीत महक मारे भैया रे ये भूइया के माटी – यहां हवे गंगा जमुना मथुरा अउ काशी …की प्रस्तुति पर समस्त एनसीसी कैडेट्स झूमने को विवश हो गए। कार्यक्रम के दौरान ही गोढी आश्रम तमनार के छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य एवं लैलूंगा से पधारे नर्तक दलों का आदिवासी लोक नृत्य उपस्थित श्रोताओं को विशेष प्रभावित किया । सांस्कृतिक कार्यक्रम शुभारंभ होने से पहले मुख्य द्वार पर खरसिया विकास खण्ड से आए कर्मा दल द्वारा प्रस्तुत गेड़ी नृत्य को देखकर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्र से आए हुए कैडेट्स आश्चर्यचकित हो गए । कार्यक्रम में आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त अविनाश श्रीवास, मंडल संयोजक धर्मेंद्र बैस, रायगढ़ के प्रतिष्ठित कलाकार चित्रकार केलिग्राफर मनोज श्रीवास्तव, सौरभ श्याम संगीत केंद्र संचालक श्रीमती हेमकांति पटेल श्रीमती धनमति पटेल, पूरे कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे। सांस्कृतिक प्रस्तुति में मंचीय व्यवस्था सुशील सिंह के साथ वाद्य यंत्रों में संगत देने जहां हारमोनियम एवं तबले पर उग्रसेन पटेल, बैंजो पर नवरतन सिंह बिंझवार, मंजीरा नंदराम बरेठ, ढोलक पर राजू देवांगन एवं मांदल कृष्णा साव कलाकारों का विशेष योगदान रहा । समस्त प्रतिभागी कलाकारों को 28 सीसी बटालियन की ओर से कर्मल व्ही. मल्होत्रा द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर विशेष रूप से सम्मानित किया गया
केडेट्स के लिए रहा यादगार आयोजन – कर्नल मल्होत्रा
कर्नल वी. मल्होत्रा ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कैंप का उद्देश्य छात्र-छात्राओं को भारत की सभ्यता संस्कृति लोक कला से परिचित कराना उन्हें व्यक्तित्व विकास के लिए तैयार करना भविष्य में राष्ट्र सेवा के लिए एक जवान के रूप में सेवा देने के लिए तत्पर करना शिविर का उद्देश्य है यह शिविर आगामी अट्ठारह सितंबर को समापन होगा इस शिविर में मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के 450 से अधिक तथा केरल एवं लक्ष्यद्वीप के बहुत से केडेट्स ऑनलाइन के माध्यम से भी जुड़े हुए हैं ।सांस्कृतिक कार्यक्रम में कला व संस्कृति की नगरी रायगढ़ के कलाकारों ने बहुत ही सुंदर प्रस्तुति देकर हमारे कैडेट्स का उत्साहवर्धन किया हम सबके लिए यह एक यादगार आयोजन के साथ सुखद अनुभूति देने वाला रहा ।










