दूसरे दिन ओपी जिंदल स्कूल परिसर स्थित ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। मंच पर बच्चों की विभिन्न प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया, और ऑडिटोरियम देर तक तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण जिंदल लेडिज क्लब की सदस्यों की भावपूर्ण सांस्कृतिक प्रस्तुतियां रहीं। क्लब की अध्यक्षा श्रीमती अनिंदिता बंद्योपाध्याय सहित सभी सदस्यों ने मधुर गीतों पर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं, जिसने दर्शकों को भावुक कर दिया।
जिंदल स्टील लिमिटेड, रायगढ़ के कार्यपालन निदेशक सब्यसाची बंद्योपाध्याय ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए विशेष बच्चों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि समाज की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इन बच्चों में यह विश्वास जगाए कि वे किसी से कम नहीं, बल्कि उनमें विशेष क्षमताएँ निहित हैं जिन्हें पहचान कर आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने जिंदल फाउंडेशन द्वारा विशेष बच्चों के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयासों की सराहना की और विभिन्न स्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कार भी प्रदान किए।
कार्यक्रम में जिंदल आशा केंद्र के प्रशिक्षु बच्चे, उनके परिजन, जिंदल स्टील के अधिकारी-कर्मचारी और जिंदल फाउंडेशन की टीम बड़ी संख्या में उपस्थित रही। जिंदल आशा के माध्यम से फाउंडेशन लगातार विशेष बच्चों के लिए प्रशिक्षण, कौशल विकास और बेहतर जीवनस्तर उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य कर रहा है, जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर समय-समय पर सराहना होती रही है।










