कंपनी मामलों के मंत्रालय ने महत्वाकांक्षी जिलों/कठिन क्षेत्रों (पूर्वी भारत) में सीएसआर और राष्ट्रीय प्राथमिकता क्षेत्र (दिव्यांगों की सहायता) में सराहनीय सेवाओं के लिए दिया अवार्ड
तीन चरणों की कठिन चयन प्रक्रिया के बाद इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए हुआ जेएसपी का नॉमिनेशन
रायगढ़, – जाने-माने उद्योगपति श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) को एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। भारत सरकार के कंपनी मामलों के मंत्रालय ने कंपनी का चयन नेशनल सीएसआर अवार्ड – 2020 की दो श्रेणियों के लिए किया है।
कंपनी मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक जेएसपी को दो श्रेणियों, महत्वाकांक्षी जिलों/कठिन क्षेत्रों (पूर्वी भारत) में सीएसआर और राष्ट्रीय प्राथमिकता क्षेत्र (दिव्यांगों की सहायता) में सराहनीय सेवाओं के लिए इस सम्मान का विजेता घोषित किया गया है। जेएसपी को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए विभिन्न मंत्रालयों, राज्य सरकार, देश के तीन प्रतिष्ठित व्यावसायिक संस्थानों और उद्योग एवं व्यापार मंडलों के बाद क्षेत्र में किये गए कार्यों का सत्यापन व सर्वोच्च निर्णायक मंडल द्वारा मूल्यांकन की नामांकन की निर्धारित प्रणाली के आधार पर मंत्रालय द्वारा शुरू की गई तीन चरणों की एक कठोर चयन प्रक्रिया के बाद चुना गया है।
इस उपलब्धि पर जेएसपी के चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल ने कहा, “हम लोगों के साथ मिलकर और इस धरती को हरा-भरा बनाए रखने के उद्देश्य से उद्योग के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान करते हुए समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कृतसंकल्प हैं। हम सीएसआर के तहत बहुआयामी सामाजिक विकास कार्यक्रम चला रहे हैं ताकि हम अपने प्लांट क्षेत्र के साथ-साथ देश के अन्य स्थानों पर लोगों के जीवन में बदलाव ला सकें। कंपनी मामलों के मंत्रालय द्वारा जेएसपी को दो श्रेणियों में नेशनल सीएसआर अवार्ड वास्तव में लोगों के लिए काम करने के हमारे जुनून, हमारे दर्शन का परिचायक है। हमारे लिए लोग सदैव सबसे पहले हैं ”।
जेएसपी को नेशनल सीएसआर अवार्ड के लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए जेएसपीएल फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल ने कहा, “हम आभारी हैं और प्रोत्साहित भी हुए हैं कि भारत सरकार ने हमें हमारे सीएसआर कार्यक्रमों के लिए सर्वोच्च अवार्ड प्रदान किया है। महामारी पर विजय प्राप्त करने के बाद हम स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज और जलवायु समेत अनेक क्षेत्र में संकटों और जरूरतों के बारे में और अधिक सजग हुए हैं। हमारे सभी कार्यक्रम पूरी तरह से संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप हैं और हमारा लक्ष्य देश में लोगों के जीवन को और बेहतर बनाने के लिए काम करना है। यह अवार्ड गरीबों-जरूरतमंदों के उत्थान के लिए विभिन्न विकास कार्यक्रम लागू करने के प्रयासों में और तेजी लाने के लिए हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा।”
वाड़ी जेएसपी द्वारा चलाई गई वह परियोजना है, जिसकी समीक्षा नेशनल सीएसआर अवार्ड के लिए की गई। यह छत्तीसगढ़ में रायगढ़ जिले के तमनार ब्लॉक की अनुसूचित जनजाति आबादी को लाभान्वित करने वाली 500 एकड़ पहाड़ी भूमि पर लागू कृषि बागवानी परियोजना है। इसी तरह जेएसपीएल फाउंडेशन ने ओडिशा के अंगुल जिले के पल्लाहारा ब्लॉक में 1200 से अधिक बच्चों में कुपोषण घटाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन दोनों कार्यक्रमों की समीक्षा नेशनल सीएसआर अवार्ड की ‘महत्वाकांक्षी जिलों/कठिन क्षेत्र में सीएसआर’ (पूर्वी भारत) श्रेणी में की गई। तमनार में इसके अलावा शिशुओं और माताओं की मृत्यु दर घटाने में जेएसपी की वात्सल्य परियोजना का महत्वपूर्ण योगदान है। महिला सशक्तीकरण के लिए भी जेएसपी अनेक परियोजनाएं इस क्षेत्र में चला रहा है।
इसी तरह जेएसपी के एक प्रमुख कार्यक्रम ‘आशा द होप’ की समीक्षा ‘राष्ट्रीय प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में योगदान’ (दिव्यांगों की सहायता) की श्रेणी में अवार्ड के लिए की गई। जेएसपीएल फाउंडेशन इस परियोजना में दिव्यांगों, विशेष रूप बच्चों और अन्य लोगों के पुनर्वास और उनके सशक्तीकरण के लिए समर्पित है।
अपनी सीएसआर शाखा जेएसपीएल फाउंडेशन के माध्यम से जेएसपी ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के साथ-साथ देश के अनेक क्षेत्र में लोगों की खुशहाली के लिए काम कर रहा है।
गौरतलब है कि इस पुरस्कार की स्थापना के बाद नई दिल्ली के विज्ञान भवन में पहली बार विशेष कार्यक्रम आयोजित कर 29 अक्टूबर 2019 को 19 कंपनियों को सम्मानित किया गया था और इतनी ही कंपनियों का उल्लेख भी इस अवसर पर किया गया था। उस समय महामहिम राष्ट्रपति महोदय ने यह पुरस्कार प्रदान