रायगढ़ । पशु चिकित्सा विभाग से वर्ष 2002 में सेवानिवृत्त होने के बाद 21 वर्ष तक दत्तक पुत्री शिक्षा योजना सहयोग अभियान से जुड़कर निर्धन और जरूरतमंद तबके के बेटियों की शिक्षा सेवा सहायता में समर्पित भाव से लगे 83 वर्षीय डॉ. पी. डी. सोनी का 7 जुलाई शुक्रवार को निधन हो गया। डॉ. सोनी अपने पीछे दो पुत्र मनीष सोनी एवं शिरिश सोनी पुत्री मीना सोनी, नीता सोनी सहित पौत्र पौत्री – हर्षवर्धन, मुस्कान, शौर्य सोनी से भरा पूरा परिवार छोड़ गए। अत्यंत ही जिंदादिल व्यक्ति एवं दूसरों के सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहने वाले दिवंगत सोनी जी व्यवहार कुशल तथा सेवा भावी व्यक्तित्व के धनी थे।
डॉ डीपी सोनी समाज के लिए प्रेरणादायक…
देवकी रामधारी फाउंडेशन के तत्वधान में रायगढ़ शहर में 22 वा यह देहदान है। यहां अंगदान नेत्रदान भी लोगों द्वारा अपनी स्वेच्छा से किया जा रहा है। पीडी सोनी जी के इस देहदान से और भी लोगों को प्रोत्साहित होंगे प्रेरणा मिलेगी, वो भी इस पुनीत कार्य के भागीदार बनेंगे। डॉक्टर पी डी सोनी के शरीर को मेडिकल कॉलेज में देहदान किया गया। उसकी पूरी प्रक्रिया करते हुए मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रायगढ़ को आवेदन कर दिए थे। उनके निधन के उपरांत उनका पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक छात्रों को अध्ययन के लिए दे दिया गया। तथा स्वर्गीय डॉक्टर सोनी जी के अंतिम संस्कार के लिए अंग अवशेष उपलब्ध कराया गया। जिसमें परिवारजनों द्वारा अंतिम संस्कार की औपचारिक प्रक्रिया विधि विधान से पूरी की गई। देवकी रामधारी फाउंडेशन के अध्यक्ष दीपक डोरा ने सोनी परिवार के परिजनों को नेक कार्य के लिए सेल्यूट किया, डॉक्टर पीडी सोनी को श्रद्धांजलि अर्पित की, उनके परिवार वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।


















