रायगढ़ / छत्तीसगढ़ कृषि विकास अधिकारी संघ के प्रांत अध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद भूपेश सरकार के गठन का कर्मचारी संवर्ग ने बड़ी उम्मीदों से स्वागत किया , कर्मचारी संवर्ग को उम्मीद थी कि यह सरकार पूर्ववर्ती सरकार से कर्मचारी हित में बेहतर काम करेगी, लेकिन उनकी यह आशा निराशा में बदल गई। जन घोषणा में उल्लेखित कर्मचारी हितैषी घोषणाओं के क्रियान्वयन की बात तो बहुत अलग है ।यह सरकार कर्मचारी की जायज मांगों की भी अनदेखी कर रही है। आज प्रदेश के कर्मचारी के संगठन जिनकी संख्या सैकड़ों में हो, हजारों में हो, या लाखों में हो विगत 3 वर्षों से लगातार केंद्र के समान महंगाई भत्ता की मांग कर रहे हैं। अपने मांग के समर्थन में जो हड़ताल कर सकते थे उन्होंने हड़ताल किया ,जो विज्ञप्ति दे सकते थे उन्होंने विज्ञप्ति के माध्यम से मांग किया लेकिन सरकार ने किसी की नहीं सुनी। लगातार केंद्र के महंगाई भत्ता से हम बिछड़ते रहे वर्तमान में 12% महंगाई भत्ता हमें मिल रहा है। हजारों रुपए महीने की आर्थिक क्षति हो रही है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने केंद्र के समान महंगाई भत्ता तथा सातवे वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता के मांग को लेकर विगत 30 मई को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर चार स्तरीय आंदोलन का शंखनाद किया। आंदोलन के दूसरे चरण में 29 जून को प्रदेश व्यापी एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदेश के लाखों कर्मचारी सड़क पर आंदोलन किए लेकिन सरकार ने मांगों पर चर्चा करना भी मुनासिब नहीं समझा। मंत्री परिषद की दो बार बैठक हुई लेकिन लाखों कर्मचारियों ,लाखों पेंशनर के महंगाई भत्ता के मांग पर कोई निर्णय नहीं लिया गया बल्कि माननीय विधायक गण के भत्तो में सुविधाओं में बढ़ोतरी की गई। यह सरकार की हठधर्मिता असंवेदनशीलता का परिचायक है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने 25 से 29 जुलाई तक निश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है। यह प्रदेश के लाखों कर्मचारियों अधिकारियों के भावनाओं के अनुरूप लिया गया कठोर निर्णय है। प्रदेश के सभी कर्मचारी संगठन की मांग महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता है तब फिर कुछ संगठन इस आंदोलन में शामिल नहीं हो रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। आंदोलन में शामिल ना होकर कहीं ना कहीं वे तानाशाह सरकार के हिमायत में खड़े हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा जी ने सभी संगठनों से कर्मचारी हित में आंदोलन का समर्थन की अपील की है। छत्तीसगढ़ कृषि विकास अधिकारी संघ प्रदेश के तमाम कर्मचारी संगठनों से अपील करता है कि यह वक्त आपसी मतभेदों को जारी रखने का नहीं है । यह वक्त सभी कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी सदस्यगण अपनी मतभेदों को की तिलान्जली देते हुए कर्मचारी संवर्ग के हित में आंदोलन में शामिल होने का है। प्रदेश के सभी कर्मचारी अधिकारी लामबंद होंगे तभी हम अपने जायज हक की लड़ाई में सफल हो सकेंगे। छत्तीसगढ़ कृषि विकास अधिकारी संघ उम्मीद करता है कि काम बंद कलम बंद हड़ताल में प्रदेश के सभी कर्मचारी अधिकारी शामिल होंगे और सरकार के अन्याय पूर्ण कार्यवाही का प्रतिकार करेंगे।
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