तमनार, । ओ0 पी0 जिंदल स्कूल, सावित्रीनगर में 24 से 26 मार्च तक का छत्तीसगढ़ स्पीक मैके के तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। स्पीक मैके एक ऐसी संस्था है, जिसके माध्यम से देश के कुशल कलाकारों द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत और लोकनृत्य, कविता, रंगमंच, पारंपरिक चित्रों, शिल्प एवं योग से जुड़े कार्यक्रमों को मुख्य रूप से स्कूल और कॉलेजों में प्रस्तुत किया जाता है। इसका उद्देश्य भारतीय विरासत के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाकर और इसमें निहित मूल्यों को आत्मसात करने के लिए युवाओं को प्रेरित कर औपचारिक शिक्षा की गुणवत्ता को समृ़द्ध करना है।

ओ0 पी0 जिंदल स्कूल में इस सम्मेलन के पहले दिन 24 मार्च को कार्यक्रम की शुरुआत श्री ओमप्रकाश जी ईवीपी एण्ड हेड ऑफ माइन्स जेपीएल पधारे हुए कलाकार एवं प्रिंसिपल श्री राकेश शर्मा जी तथा अन्य उपस्थित गणमान्य जनों ने परंपरानुसार दीप प्रज्ज्वलित करके किया तत्पश्चात स्पीक मैके के माध्यम से पधारे सम्मानित कलाकारों का स्वागत श्री ओमप्रकाश जी द्वारा शाल श्रीफल आदि भेंट कर किया गया। अपने स्वागत भाषण में प्रिंसिपल श्री राकेश शर्मा जी ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इस सम्मेलन के महत्त्व पर प्रकाश डाला।

प्रथम दिवस के सम्मेलन में मुख्य आकर्षण के केंद्र रहे विश्वप्रसिद्ध बाँसुरी वादक पं0 रोनू मजूमदार जी। उनके साथ बाँसुरी पर ही संगतकार के रूप में श्री कल्पेश सचाला जी एवं तबला पर श्री पार्थ सारथी मुखर्जी जी ने संगति कर शाम का समाँ बाँध दिया। सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट थमने का नाम नहीं ले रही थी।

दूसरे दिन के सम्मेलन 25 मार्च को पूर्व योजना के अनुसार बच्चे प्रातः 4 बजे से उठकर सुश्री मंजू झा जी के सान्निध्य में रहकर हठयोग एवं ब्रह्मनाद का प्रशिक्षण लिया। सुबह से ही बच्चे उत्साहित नज़र आ रहे थे। योग आदि के बाद बच्चों ने अपनी.अपनी रुचि के अनुसार विभिन्न विधाओं के वर्कशॉप में पधारे गुणीजनों के संपर्क में रहकर उनकी बारीकियाँ सीखीं। शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम में उस्ताद वसीम अहमद खान के गायन एवं जाह्नवी बेहरा की नृत्यकला ओड़िसी ने सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन समिति के सभी सम्मानित सदस्य उपस्थित थे।










