सोमवती व्रत के दिन जिस दिन सोमवार और अमावस्या तिथि हो उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं | इस दिन पितरो का तर्पण कर दान पुण्य का विशेष महत्त्व हैं | इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा व 108 परिक्रमा करना चाहिए |इस दिन परिक्रमा में पैसा , फल , मिठाई आदि चढ़ानी चाहिए | बच्चो को फल तथा मिठाई बाटने से विशेष फल मिलता हैं |
इस दिन का शास्त्रों में विशेष महत्व हैं | इस व्रत को सुहागिन स्त्रिया अपने पति व पुत्र की दीर्घायु के लिए व अखंड सौभाग्य के लिए करती हैं |हिन्दू धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है आज के दिन मुहल्ले की महिलायें सुबह स्नान करके बरगद या पीपल के पेड़ पर धागा लपेट कर पूजा अर्चना करते हैं और फिर कथा सुनते हैंl फिर बड़े लोगो का आशीर्वाद लेते हैं…