जशपुर. 26 नवंबर (रमेश शर्मा)
जशपुर जिले में बगीचा जनपद की ग्राम पंचायत खखरा में मनरेगा के तहत लगभग 50 लाख रूपये के तालाब, सड़क और चेकडैम निर्माण के कार्यों में मृत लोगों को मजदूर बना कर लाखों रुपये की बंदरबांट करने का बड़ा मामला सामने आया है.

जिला पंचायत CEO
जशपुर
जिला पंचायत जशपुर के CEO जितेंद्र यादव (IAS) ने शासकीय योजनाओं की राशि में बंदरबांट के इस मामले को आर्थिक अनियमितता का बेहद गंभीर मामला बताया है. उन्होंने कहा कि मृत लोगों के फर्जी बैंक खाते खोलवाने मे दोषी मिलने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाऐगा.

खखरा ग्राम पंचायत में शासकीय राशि की बंदरबांट का यह मामला जिला प्रशासन की ही विशेष टीम के अधिकारियों व्दारा ग्राम सभा में आयोजित जांच के दौरान उजागर हुआ है.
ग्राम पंचायत खखरा में आयोजित विशेष ग्राम सभा में जब जांच टीम के अधिकारियों ने मनरेगा का जॉबकार्ड वाले आधा दर्जन मृत मजदूरों को भुगतान करने की जानकारी ली गई तो सभी लोग हैरान रह गए.
सबसे बड़ी विडंबना यह है कि इन्हीं कार्यों में महिनों से अपना बकाया भुगतान को लेकर सैकड़ों गरीब मजदूर अपना भुगतान के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं. ग्राम सभा की बैठक में ऐसे मजदूरों ने जमकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया था.
विशेष ग्रामसभा की जांच मे अचानक अप्रिय स्थिति बन जाने से अधिकारियों सहित सभी लोग आवाक रह गए थे.
इस दौरान मनरेगा के कार्यों की आड़ में लाखों रुपये की बंदरबांट को लेकर सरपंच ,सचिव सहित जनपद अधिकारी भी शर्मसार हो रहे थे.
जिला प्रशासन की जांच टीम ने मृतक मजदूरों के नाम पर आर्थिक अनियमितता के इस मामले का प्रतिवेदन जिला पंचायत के CEO के कार्यालय में प्रस्तुत करने की बात कही है.
ग्राम पंचायत खखरा के सरपंच चुन्नीलाल ने आनपढ़ होने की बात कह कर मनरेगा के कार्यों में मृत मजदूरों के नाम पर शासकीय राशि की बंदरबांट से पल्ला झाड़ लिया है.










