रायगढ़ / बीते बुधवार की रात को गेरवानी क्षेत्र में नवदुर्गा प्लांट में ड्यूटी पर तैनात सिक्यूरिटी गार्ड की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
मामला यह है कि नाइट ड्यूटी के लिए गार्ड रात 8:00 बजे से ड्यूटी कर रहा था अचानक तबीयत बिगड़ी और वहां जमीन पर गिर गया दूसरे गार्डो ने उसे उठाया और इस घटना की सूचना कंपनी प्रबंधन को दी गई। लेकिन प्रबंधन की घोर लापरवाही की वजह से गार्ड की मौत हो गई। सही समय पर उपचार मिलता तो कर्मचारी बच सकता था।
वही उसे लगभग रात 12:00 बजे रायगढ़ अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

गुरुवार की सुबह घनश्याम के परिजनों को फोन पर इसकी सूचना दी गई आनन-फानन में घरवाले हॉस्पिटल पहुंचे। घनश्याम को मृत अवस्था में देखकर उनके होश उड़ गए। परिजनों ने अस्पताल में कंपनी प्रबंधन को लेकर जमकर हंगामा किया। जब तक मुआवजे की राशि नहीं दी जाएगी। पोस्टमार्टम नहीं किया जाएगा।
दूसरी और परिजनों का कहना था इतने विशाल प्लांट में कर्मचारियों के लिए किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है। वहां उपचार के लिए और डॉक्टर होना चाहिए जिसे कभी भी छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं मौके पर ही उपचार किया जा सके। यह कोई पहला मामला नहीं है कुछ माह पहले भी इसी तरह दूसरी कंपनी में कामगार की मौत हो चुकी है।
परिजनों का हंगामा बढ़ते देख प्लांट के जिम्मेदार अफसरों ने तत्कालिक राशि के रूप में 50,000 रुपए दिया गया और पांच लाख रुपए का मुआवजा राशि का चेक दिया गया। तब जाकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को पूरा किया गया। शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
बहरहाल नवदुर्गा प्लांट की बड़ी लापरवाही सामने आई है कारखाने के जिम्मेदार अधिकारियों ने इसे अनदेखा कर दिया। जिस कारण गार्ड की मौत हो गई।










