रायगढ़ / मनीष नागर कोतवाली टीआई जिन्हें पहचान की जरूरत नहीं है। रायगढ़ में उन्हें कौन नहीं जानता बच्चे से लेकर बूढ़े तक की मदद करने के लिए कभी भी पीछे नहीं हटे, सभी का निस्वार्थ भाव से सेवा की, अभी हाल ही में सर्वश्रेष्ठ थानों में, रायगढ़ कोतवाली को पूरे छत्तीसगढ़ में स्थान दिया गया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मनीष नागर को शाबाशी भी दी गई थी। जो रायगढ़ के लिए बहुत ही सम्मान की बात है। दमदार पुलिसिंग के लिए मनीष नागर जाने जाते हैं। चोरों बदमाशों कभी नहीं बख्शा। निरीक्षक ने कई पुराने पेंडिंग केस को भी कोतवाली थाना के सहयोगियों के साथ मिल कर उसे समय से पहले ही हल किया है। चाहे कोरोना काल की त्रासदी हो उसमें भी थाना प्रभारी ने डटकर मुकाबला किया हर संभव लोगों की मदद की। जहां लॉकडाउन के समय शराब की अवैध तस्करी खुलकर सामने आई, हर गली मोहल्लों में खुल कर शराब बेचा जा रहा था। उस पर भी निरीक्षक मनीष नागर ने अवैध शराब के कारोबारियों पर नकेल कसा था।
टीआई नागर पूंजीपथरा थाना से ही जाने जाते हैं। पूंजीपथरा थाने में उपलब्धि हासिल करने के बाद उन्हें राजधानी रायपुर से पुरस्कृत किया गया। उनके काम करने की लगान से तत्कालिक पुलिस कप्तान काफी प्रभावित हुए उन्हें नगर कोतवाल की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंपी गई। जिन पर वे खरे उतरे।
कुछ महीने पहले ही थाना प्रभारी ने एक बुजुर्ग असहाय महिला की मदद की उसे अस्पताल में भर्ती कराया उपचार करवाया और किसी भी प्रकार की समस्या होने पर मुझे जरूर बताएं यह भी कहां।
जुलाई माह में उड़ीसा की ओर जाती हुई ट्रेन से विक्षिप्त युवक जहां रेलवे ट्रैक से नीचे गिर गया जिसकी सूचना मिलने पर मनीष नागर अपनी टीम के साथ आनन-फानन में पहुंचे । उसे कुशल बाहर निकाला अस्पताल में भर्ती कराया।
कोतवाली थाना क्षेत्र में कुछ महीने पहले कोतवाली टीआई अपनी टीम के साथ शहर में निकले थे पेट्रोलिंग में जहां संजय कंपलेक्स मार्केट में उन्हें रोते बिलखते हुए एक मासूम बच्चा जिस पर मनीष नगर की निगाहें पड़ी वहीं स्थानीय निवासियों पुलिस ने काफी पूछताछ की लेकिन मानसून बच्चे के परिजन का पता नहीं चला। जहां निरीक्षक ने बच्चे को चॉकलेट और बिस्किट देकर शांत कराया।वही सोशल मीडिया में बच्चे की तस्वीर को वायरल कर एक मानवीय अपील की, चंद घंटों में ही बच्चे के परिजन सिटी कोतवाली पहुंचे।










