संगीतराई डीपापारा कामेश्वर प्रसाद जी यहाँ बड़ी धूम धाम से गणपति विसर्जन किया गया।भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। यह गणेशोत्सव का आखरी दिन होता है। अनंत चतुर्दशी का पर्व पूरे देश मे मनाया जाता है। इसी तरह रायगढ़ में भी गणेश विसर्जन की तैयारियां जोर शोर से की जाती है। आकर्षक साज-सज्जा के साथ ढोल ताशे,डीजे की व्यवस्था भी की जाती है। इस उत्सव को लेकर युवाओं में जबरदस्त उत्साह रहता है। विसर्जन के लिए गजब का उमंग है,जो नाचते गाते गणपति बाप्पा के विसर्जन में शामिल होते है।
इस दिन लोग भगवान गणेश की विधि अनुसार पूजा करने के बाद उनका विसर्जन करते हैं। मान्यताओं के अनुसार, गणपति बप्पा का विसर्जन हमेशा विधि अनुसार करना चाहिए। कहा जाता है कि विधि पूर्वक बप्पा का विसर्जन करने से अनेक लाभ मिलते हैं तथा जीवन में हर परेशानी से मुक्ति मिलती है। इसके साथ धनागमन भी बना रहता है। गणेशजी शुभ और लाभ प्रदान करने वाले देवता हैं और मंगल मूर्ति कहलाते हैं। अपने विनयशील स्वभाव के कारण यह विनायक भी कहे जाते हैं। विनायक की विदाई बहुत ही आनंदपूर्वक और शुभ विधि विधान से करने की परंपरा रही है। गणेशजी जाते-जाते आपके घर में शुभ और लाभ देकर जाते है।
गणेश जी की प्रार्थना करें कि आपके घर में सुख शांति बनाए रखें।
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