सांस्कृतिक प्रकोष्ठ ने कलापथक कलाकारों की नियुक्ति एवं सांस्कृतिक भवन का मुख्यमंत्री से किया मांग
रायगढ़ / भेंट मुलाकात कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के मुखिया माननीय श्री भूपेश बघेल जी के आगमन पर प्रदेश अध्यक्ष दिलीप षड़ंगी के मार्गदर्शन में रायगढ़ सांस्कृतिक प्रकोष्ठ जिला कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक आचार्य के नेतृत्व में पूरे प्रकोष्ठ की टीम ने सांस्कृतिक भवन हेतु भूमि आबंटन,आवासहीन कलाकारों के लिये आवास एवं
कलापथक कलाकारों के नियुक्ति प्रक्रिया को संज्ञान में लेने आग्रह किया वही अध्यक्ष दीपक आचार्य ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप ने मुझे मेरे गीतों के लिये प्रोत्साहित और प्रशंसा किया है मैं पुनः आप पर रचित गीत सुना रहा हूं गीत सुनकर मुख्यमंत्री ने पुनः प्रशंसा करते हुए कहा मोला याद हे पदयात्रा में मोला जोन गीत सुनाए रहे।
बताया जाता है उस दौर में दीपक द्वारा गाया हुआ “रमन जी झूठ मत बोलो” पूरे छत्तीसगढ़ में चलाया गया था सत्ता परिवर्तन में वो गीत मिल का पत्थर साबित हुआ था क्योंकि उस गीत में तत्कालीन सरकार के घोटाले और कांड उजागर किये गए थे।

वर्तमान में रायगढ़ जिला कांग्रेस सांस्कृतिक प्रकोष्ठ बढ़ चढ़ कर कार्यक्रमों में सक्रिय नजर आ रही है,कलाकार हित के मुद्दों को लेकर जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहै है बीते दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का रायगढ़ आगमन भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत हुआ जिसमें सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दीपक आचार्य के नेतृत्व में उपाध्यक्ष विजय शर्मा मनोज तिवारी सचिव ब्रजेश नंदे महेंद्र यादव राजकुमार तिवारी संजीव सिंह आशीष गुप्ता अनिल कुमार आशीष इजारदार रामनंदन यादव रमेश साहू मानस शर्मा सुरेंद्र यादव पप्पू यादव टिंकू यादव एवं प्रकोष्ठ के और कलाकार कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर रायगढ़ शहर में सांस्कृतिक भवन हेतु भूमि एवं भवन तथा आवासहीन कलाकारों के लिए आवास एवं
नवगठित जिलों में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार हेतु कलापथक कलाकारों के नियुक्ति प्रक्रिया को संज्ञान में लेने आग्रह किया ।
अध्यक्ष दीपक आचार्य ने मुख्यमंत्री से चर्चा करते हुए बताया कि प्रदेश में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित कला प्रथक योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिलों में 7 कलाकार एवं 1 प्रमुख कलाकार के पद पर गायन वादन एवं नाट्य कठपुतली प्रदर्शन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के दूर-दराज इलाकों तक मनोरंजन के माध्यम से योजनाओं के प्रचार-प्रसार कलाकारों के द्वारा किया जाता है, लेकिन मात्र पुराने 7 जिलों में ही कलाकारों की पदस्थापना है, वर्तमान में नवगठित जिलों में भी प्रचार-प्रसार के इस सशक्त माध्यम को जीवंत करते हुए कलाकारों के भर्ती हेतु 64 पद समाज कल्याण विभाग द्वारा वर्ष 2013 के पत्र क्रमांक 1443/2007/स. क. 26 के दिनांक 18.10.2007 को यू.ओ. क्रमांक 524/वित्त/4/07 बजट 2 दिनांक 05.10.2007 के द्वारा 63 पद के अंतर्गत कलाकारों की भर्ती हेतु वित्त विभाग से स्वीकृति ली गई थी, किंतु तत्कालीन शासन प्रशासन के अधिकारियों के उदासीनता के कारण इन पदों पर उस समय 2 वर्ष के बाद तक कोई निर्णय नहीं लिया गया। जुलाई सन् – 2013 में कलाकारों की रिक्त पदों की नियुक्ति हेतु आवेदन आनलाईन मंगाया गया, जिसमें प्रदेश के कई बेरोजगार कलाकारों ने अपनी विधा अनुसार आवेदन किया, जिसकी सूची माह फरवरी सन् 2015 को जारी भी किया गया
जिसके प्रक्रिया में दक्ष कला का 25 प्रतिशत संगीत के डिप्लोमा या डिग्री में ना होकर 12वी में किया गया था जिसके संशोधन के लिये हम कलाकारों द्वारा मांग किया गया ताकि कला पथक योजना में कलाकारों की ही नियुक्ति होना सार्थक हो। इस नियुक्ति हेतु आगंतुक मंत्री एवं उच्चाधिकारीयो को कई बार ज्ञापन दिया गया, किंतु नियुक्ति प्रक्रिया अधर में लटकी रही।मुख्यमंत्री जी ने सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के मांगों को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करने आश्वासन दिया है।










