स्वंत्रत भारत की सबसे बड़ी आर्थिक सुधार,विजन 2047 के लिए साबित होगा मिल का पत्थर
रायगढ़:- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज पूरे देश में जीएसटी छूट रिफार्म की शुरुआत हुई। जिला भाजपा के सह प्रवक्ता अशोक अग्रवाल ने इसे स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार और नवरात्री के अवसर पर भारत वासियों को प्रधामनंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी का सबसे बड़ा उपहार बताया है। अशोक अग्रवाल ने कहा कि इस रिफार्म का सीधा लाभ आम नागरिकों, छोटे व्यापारियों और उपभोक्ताओं को मिलेगा,जिससे उनकी आर्थिक उन्नति का मार्ग अब और भी आसान होने जा रहा है।
अशोक अग्रवाल ने जीएसटी रिफार्म पर अपने विचार रखते हुए बताया कि नए प्रावधानों के तहत रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं जैसे खाद्यान्न, दवाईयां, कपड़े और घरेलू सामान पर GST का बोझ कम किया गया है। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर कर में कमी से परिवारों का मासिक खर्च घटेगा। छोटे व्यापारियों और स्वरोज़गार करने वालों के लिए टैक्स स्लैब सरल बनाए गए हैं,जिससे कारोबार आसान होगा।रोजमर्रा की 300 से अधिक सामानों पर टैक्स स्लैब की कटौती का सीधा लाभ भारत वर्ष के नागरिकों के जेब को मिलने जा रहा है,जो अब तक कि सबसे बड़ी आर्थिक सुधार का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
अशोक अग्रवाल ने आगे कहा कि इन सुधारों से वस्तुओं और सेवाओं के दाम घटेंगे, महँगाई पर अंकुश लगेगा और उद्योग-व्यापार को नई गति मिलेगी। टैक्स अनुपालन आसान होने से पारदर्शिता बढ़ेगी और काले धन पर भी रोक लगेगी।इन सभी विषयों का लाभ देश के यसस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के विजन 2047 विकसित भारत के सपने को साकार करने में मिलने जा रहा है।आम नागरिकों को मिलने वाले बचत से उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी और क्रय शक्ति बढ़ने से व्यापार में बढ़ोतरी भारत को विकसित भारत बनने में अहम योगदान निभाएगा।
भाजपा जिला सह प्रवक्ता अशोक अग्रवाल ने कहा कि, कांग्रेस और पूर्ववर्ती सरकारों के समय कर प्रणाली इतनी जटिल और बोझिल थी कि व्यापारी और उपभोक्ता दोनों परेशान रहते थे। मोदी सरकार ने एक राष्ट्र एक कर की व्यवस्था दी और अब GST छूट रिफार्म द्वारा इसे और सरल व लाभकारी बना दिया है। यह कदम आम जनता की जेब में बचत और उद्योग-व्यापार को राहत दोनों सुनिश्चित करेगा।उन्होंने इसे सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की दिशा में उठाया गया ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह सुधार भारत की अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।










