रायगढ़ / जल जीवन मिशन पानी टंकी और पाइपलाइन का काम अधूरा, करोड़ रुपए का योजना जो सिर्फ कागजों तक सीमित है।धरातल में इसका अस्तित्व ही नहीं है।
उल्लेखनीय है कि विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएचई विभाग के अधिकारी और ठेकेदार की मेहरबानी से 2021 से शुरू हुई जल जीवन मिशन योजना अभी तक पूरी नहीं हुई है। सड़कों को खोदकर पाइप तो डाल दिया गया लेकिन पानी टंकी की व्यवस्था नहीं हो पाई। जी हां हम पुसौर ब्लॉक के लगभग सभी जगह पर पाइपलाइन की यही स्थिति आपको देखी जा सकती है। लाखों रुपए अभी तक बंदरबाट अधिकारी और ठेकेदारों द्वारा किया जा चुका है।
इस कार्य के लिए 2021-22 में वर्क आर्डर भी जारी कर दिया गया है। और जिले के 342000 घरों में पाइपलाइन दिया जाना है। लेकिन आज भी कई गांव में काम तक शुरू नहीं किया गया है। कोड़ातराई, में कई जगहों पर मनमाने तरीके से ठेकेदार द्वारा कार्य करवा रहे हैं। जिसमें लगातार ग्रामीणों द्वारा शिकायत की जा रही है कि खराब क्वालिटी और गुणवत्ता ही सामग्रियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कहीं पानी टंकी तो पाइपलाइन नहीं, तो कहीं वाटर लेवल ही, काम है। जिससे पानी टंकी में पानी की सप्लाई नहीं हो पा रहा है। इस बात से पीएचई अधिकारी को सरोकार नहीं।
अलबत्ता 2024 तक केंद्र सरकार की योजना जल जीवन मिशन का लक्ष्य कैसे पूरा होगा। आधा से अधिक गांव में ठेकेदार की मनमानी चरम सीमा पर है। लिंजीर, लोहरसिंग गांव आदि में काम की स्थिति कछुआ गति से भी कम है। यदि इस विषय में लोक स्वस्थ यांत्रिक विभाग के अधिकारी से बात की जाती है तो गोलमोल जवाब देकर बात को टालने का प्रयास किया जाता है।
नोट: इस बात की पुष्टि इंद्रधनुष न्यूज़ पोर्टल नहीं करता है।










