रायगढ़ / शुक्रवार की सुबह लगभग 10:00 बजे जिला अस्पताल की छत का प्लास्टर मेडिसिन वार्ड का अचानक भरभरा कर गिर गया। जहां मेडिकल स्टाफ नर्सों का आना जाना दिनभर लगा रहता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मरीज को जैसे ही इंजेक्शन लगा कर नर्स वापस वार्ड में आई, वैसे ही प्लास्टर गिरना शुरू हो गया, भागकर वह बाहर निकली। गनीमत की बात यह रही किसी प्रकार की अनहोनी नहीं हुई।
गौरतलब हो कि किरोड़ीमल शासकीय जिला अस्पताल पूरी तरह पूरी बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है हर जगह से पानी बरसात के 4 महीनों में लीकेज होते हैं। छत में कई जगहों पर पानी जाम होता है जिसके कारण भी पूरी इमारत खराब हो गई है। जगह-जगह की दीवारों में दरार पड़ गई हैं।
सभी वार्डों सभी कमरों से पानी गिरते आपको साफ दिखाई दे जाएगा। यह कोई पहली बार छत की ढलाई गिरी है ऐसा नहीं है इसके पहले भी बरसात के समय में ऐसी घटना हो चुकी है उसके बाद भी लाचार स्वास्थ्य विभाग, नया भवन निर्माण नहीं करा पा रही है।
जिला अस्पताल के कुछ ऐसे वार्ड है जिन्हें अब बंद कर दिया गया है जो काफी जर्जर हो चुके हैं आज की स्थिति में सैकड़ों की संख्या में मरीज वहां है। अस्पताल का संचालन करना किस हद तक सही है कभी भी बड़ी घटना दुर्घटना हो सकती है।
3 वर्ष पूर्व ही पीडब्ल्यूडी ने जर्जर घोषित किया..
पीडब्ल्यूडी विभाग ने भी निरीक्षण किया, तो यह पाया कि संपूर्ण बिल्डिंग में अब का संचालन करना ठीक नहीं है। लेकिन दो विभागों के बीच फंसे स्वीकृत की राशि के कारण जिला अस्पताल का निर्माण नहीं हो पा रहा है। अब तो मरीज भी जिला अस्पताल जाने से कतराते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अफसर झाड़ रहे पल्ला
रायगढ़ शहर में कई अफसर आए कई अफसर गए लेकिन किसी ने भी जिला अस्पताल को बनवाने की कवायद शुरू नहीं की, आज भी ज्यों का त्यों स्थिति में संचालन किया जा रहा है। राशि स्वीकृत नहीं की बात की जाती है।