“रायगढ़ होगा शिवमय” , सवा महीने तक होगा अखंड ॐ नमः शिवाय का जाप , पार्थिव शिवलिंग के पूजन से शिवभक्तों के दूर होंगे सभी कष्ट
रायगढ़। इस बार पवित्र श्रावण महीने में संस्कार धानी रायगढ़ को “शिवमय” करने की तैयारी जोर शोर से चल रही है। जहां धर्म रक्षा समिति और हिंद सेवक समिति के सामूहिक तत्वाधान में शहर के राजा महल के निकट स्थित प्राचीन समलाई मंदिर प्रांगण में नेपाल से विशेष रुप से मंगाए गए हजारों रुद्राक्ष से पवित्र शिवलिंग का निर्माण कर पूजन और सवा महीने अखंड ॐ नमः शिवाय महामंत्र जाप करने की तैयारी की जा रही है।
बता दें कि रायगढ़ अंचल सहित सम्पूर्ण छग में कहीं भी इस तरह की शिव भक्ति समागम का आज पर्यंत आयोजन नहीं हुआ है, इस दौरान पूजन में आने वाले शिवभक्त मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग का निर्माण करेंगे और जाप उपरांत पार्थिव शिवलिंग को विधिवत पूजन अर्चन कर पास में प्रवाहित केलो मैय्या में विसर्जित किया जाएगा।
कार्यक्रम संयोजक और सह संयोजक विकास केडिया और श्री सी वी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष अधिकमास के कारण दो महीने के सावन का संयोग है। यह मास शिव भक्ति और शिव आराधना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसमें श्रद्धालु अपने हाथों से निर्मित “पार्थिव शिवलिंग बनाने और ॐ नमः शिवाय” के अखंड जाप से अनेक जन्मों के पापों का क्षय करने के साथ ही पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे और समापन दिवस २१ अगस्त को ५१ लाख बार अभिमंत्रित हुए पवित्र “रुद्राक्ष” को टोकन पद्धति द्वारा श्रद्धालुओं को निशुल्क वितरित किया जायेगा।
पार्थिव शिवलिंग की पूजा के ये हैं लाभ…
मान्यता है कि सावन के महीने में पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने पर व्यक्ति के जीवन से जुड़ी बड़ी से बड़ी बाधाएं दूर और कामनाएं पूरी होती हैं। पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने वाले शिव साधक के जीवन से अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है। शिवपुराण के अनुसार, पार्थिव पूजा करने वाले साधक को भगवान शिव के आशीर्वाद से धन-धान्य, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है और वह सभी सुखों को भोगता हुआ अंत में मोक्ष को प्राप्त होता है।