रायगढ़ :- गायत्री परिवार के विचारो को अखंड ज्योति एवं युग निर्माण योजना मासिक पत्रिका के जरिए जन जन तक पहुंचाने वाले 87 वर्षीय श्याम लाल रवानी के दुखद निधन से रायगढ़ में शोक की लहर है। भिलाई निवासी पुत्र सतीश रवानी के निवास स्थान पर उनका निधन विगत 4 जून को हो गया। अपने पीछे बेटी सरिता बेटे मनोज भरत सहित बहु नाती पोतों का भरा पूरा परिवार बिलखता छोड़ गए। रायगढ़ में गायत्री मंदिर की नीव रखने वाले श्याम लाल रवानी का संपूर्ण जीवन सादगी से भरा रहा अध्यात्म का अलख जगाने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे।
रायगढ़ पोस्ट ऑफिस में सेवारत श्याम लाल रवानी ने 1972 के दौरान पंडित श्री राम आचार्य से दीक्षा लेकर गायत्री परिवार के विचारो को जन जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया और वे सफल भी रहे। उनके सराहनीय योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। रायगढ़ पोस्ट ऑफिस में सेवारत श्याम लाल जी मई 1994 में सेवा निवृत हुए। उसके बाद विगत दस वर्षो से वे पैतिक निवास रायगढ़ छोड़कर अपने भिलाई निवासी बेटे के यहां निवासरत थे। वही पर उन्होंने अंतिम सांसे ली । भिलाई में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया