जशपुर. 15 जनवरी (रमेश शर्मा)
शासन की सबसे महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना से जंहा मजदूरों के पलायन की समस्या पर विराम लगा है, वहीं जशपुर के संवेदनशील कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के मार्गदर्शन और जिला पंचायत सीईओ जीतेन्द्र यादव के दिशानिर्देश में जरुरतमंद मजदूरों के चेहरों पर भी खुशियों की झलक स्पष्ट देखने को मिल रही है.

जशपुर जिले में इन दिनों मनरेगा के तहत सभी विकास खंड में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है| इसके साथ आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के लोगों को उनके गांव में ही भूमि सुधार, तालाब गहरी करण,कुंआ निर्माण नहरो का जीर्णोद्धार जैसे कार्य दिऐ गऐ हैं. जिला पंचायत के सीईओ जितेन्द्र यादव ने सभी मजदूरों को समय पर मजदूरी भुगतान के काम की सतत देखरेख की जा रही है. गांव में ही रोजगार तथा उनके नियम समय पर मजदूरी भुगतान मिलने से युवाओं के साथ बुजुर्ग भी काफी खुश हैं|
जशपुर जिले का दुलदुला विकास खंड के ग्राम पंचायत डोभ निवासी सोमवर यादव ने बताया कि वह आर्थिक रूप से बेहद कमजोर और अपने घर में इकलौता कमाने वाला है. इस ग्रामीण का कहना था कि उनका 17 साल का जवान बेटा रोड ऐक्सिडेंट में खत्म हो जाने के बाद दुखों का पहाड़ टूट गया था. जिसके कारण उसके घर में लगातार आर्थिक दिक्कत बढ़ने लगी थी.
सोमवरा को पता चला कि उसके गांव में मनरेगा के तहत कार्य चल रहा है| जिससे उसने भी अधिकारियों से मनरेगा में कार्य करने की ईच्छा जाहिर की थी. किन्तु उम्र अधिक होने के कारण उसे मनरेगा में मजदूरी का काम दे पाना मुश्किल हो रहा था. लेकिन अधिकारियों ने उसकी काम करने की इच्छा को देखते हुए पानी पिलाने का कार्य की जिम्मेदारी दी है|
इस जिम्मेदारी पर सोमवर ने खुशी जाहिर करते हुए जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्यासे को पानी पिलाने में उसे बहुत सुकून मिल रहा है| ऐसा लगता है कि अपने बेटे को ही पानी पिला रहा हूं | साथ ही रोजगार भी मिल गया जिसमें परिवार का भरण पोषण चल रहा है|
मनरेगा के तहत पहाड़ी कोरवा और बिरहोर परिवार के सदस्यों को भी आसानी से रोजगार मिल जाने से उनके चेहरों पर भी खुशियाँ लौट आई है. पत्थलगांव विकास खंड का बुलडेगा गांव में इन दिनों बिरहोर परिवार के लोगों को काम की तलाश में भटकना नहीं पड़ रहा है. बल्कि शासन से अच्छी मजदूरी मिल जाने से वे लोग भविष्य की जरूरत के लिए कुछ राशि बैंक में जमा भी कर ले रहे हैं.