जशपुर/ 22 नवंबर
जशपुर जिले में एक टीवी न्यूज चैनल के पत्रकार के साथ मारपीट और अपनी करतूतों पर पर्दा डालने के लिए उल्टा पत्रकार के विरुद्ध ही कुनकुरी थाने में अपराध दर्ज किए जाने का मामला सामने आया है।
इस मामले को लेकर जिले भर के पत्रकारों में गहरा आक्रोश व्याप्त है. जिला मुख्यालय में एकत्रित होकर सभी पत्रकारों ने इस घटना की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है. वही पत्रकारों ने पुलिस द्वारा पत्रकार के विरुद्ध बगैर जांच और विवेचना के पुलिसिया कार्रवाई को लेकर एक निंदा प्रस्ताव भी पारित किया है।
इस पूरे मामले को लेकर प्रेस क्लब जशपुर और ग्रामीण अंचलों में काम करने वाले पत्रकारों ने जिले के कलेक्टर और एसपी दोनो को ज्ञापन सौंपा है ।
दरअसल, 19 नवंबर की सुबह कुनकुरी लोयला इंग्लिश मीडियम स्कूल के पास टीवी न्यूज के पत्रकार संजीत यादव के साथ कुदुकेला में स्थित एक राइस मिल की संचालिका के द्वारा मारपीट की गई ।इस घटना के बाद दोनो पक्ष कुनकुरी थाना पहुंचे और दोनो पक्षों ने अपनी बात रखते हुए अपनी अपनी ओर से थाने में आवेदन दिया।
पत्रकार संघ का आरोप है कि पत्रकार की शिकायत की शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं कि जबकि दूसरे पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने घटना के दिन ही एफ आई आर दर्ज कर लिया । इस घटनाक्रम में पत्रकार की शिकायत की जांच हुई न ही विवेचना की गई और पत्रकार के विरुद्ध अपराध दर्ज कर लिया गया । पत्रकारों ने पुलिस की इस कार्रवाई की कड़े शब्दो मे निंदा की है और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर पत्रकार के साथ न्याय करने का आग्रह किया है।
प्रेस क्लब ने इस मामले में जिले के कलेक्टर को भी ज्ञापन सौंपा है ।कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में पत्रकारों ने पत्रकार संजीत यादव के साथ हुई घटना के पीछे की कहानी बयां करते हुए लिखा है कि दरअसल पत्रकार संजीत कुनकुरी से लगे कुडुकेला राईस मिल की एक खबर बनाने गए थे ।राईस मिल में लगने वाले ट्रांसफार्मर का टेंडर खुलने से पहले से वहां ट्रांसफार्मर लगा दिया गया था जिसका कवरेज करने के बाद इस तरह की स्थिति निर्मित हुई ।पत्रकारों का आरोप है कि सारे नियमों को ताख़ पर रखकर राइस मिल में ट्रांसफार्मर लगवाने के मामले में समाचार कवरेज करने गए पत्रकार संजीत के विरुद्ध षड्यंत्र रचकर पहले उनके साथ मारपीट कर जलील किया गया बाद में उसी षडयंत्र के तहत उनके विरुद्ध झूठे मामले में एफ आई आर भी दर्ज करा दिया गया । पत्रकारों ने कलेक्टर से मांग की है कि राइस मिल में बगैर टेंडर खुले लगाए गए ट्रांसफार्मर मामले की जांच हो और जांच के बाद इस मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाय ।
पत्रकारों का कहना है कि राइस मिल संचालिका के पति बिजली विभाग में अनुविभागीय अधिकारी है और अपनी पत्नी को लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने सारे नियमों को ताख पर रखते हुए बगैर टेंडर खुले ही ट्रांसफार्मर लगवा दिए और जब पत्रकार इस खबर को अपने कैमरे में कैद करने जाता है तो उल्टा उसके साथ मार पीट कर उसे झूठे मामले में फंसा दिया जाता है।
पत्रकारों ने बैठक में यह भी फैसला लिया है कि राइस मिल में उजागर हुई गड़बड़ियों की जांच और कार्रवाई अगर नहीं होती है तो जिले भर के पत्रकार जिला मुख्यालय में धरने पर बैठकर अपना विरोध जताने को मजबूर हो जाएंगे ।
हांलाकि इस मामले में जिले के एसपी ने जहां पत्रकार के साथ न्याय करने का भरोसा दिया है वही कलेक्टर ने राईस मिल के विरुद्ध जांच और कार्रवाई करने को कहा है वही राईस मिल संचालिका का कहना है कि उनके द्वारा किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं की गई है ना ही उनके द्वारा पत्रकार के विरुद्ध कोई झूठा मामला दर्ज कराया गया है ।


















