छतीसगढ़ी पारंपरिक लोकगीत से झूमे दर्शकदीर्घा
रायगढ़ / विकासखंड स्तरीय कला उत्सव प्रतियोगिता में
पारंपरिक लोक संगीत विधा पर छात्र वर्ग से शौर्य आचार्य सेंट टेरेसा कॉन्वेंट स्कूल रायगढ़ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया,अब वे जिला स्तर पर अपने गायन की प्रस्तुति देंगे।
मंत्रालय भारत सरकार माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कला उत्सव 2022-23 का आयोजन विगत 17 अक्टूबर सोमवार को नटवर स्कूल में संपन्न हुआ इस अवसर पर रायगढ़ के विभिन्न विद्यालयों से भारी संख्या में प्रतिभागी छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।
शौर्य आचार्य ने बताया कि वे 11 वी के छात्र है और वे गायन की शिक्षा भी ले रहे है लोकसंगीत अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य को देवी रूप में जसगीत प्रस्तुत किया जो उनके पिता दीपक आचार्य जो शहर के नामचिन्ह लोकगायक है उनकी स्वरचित और कंपोज़िंग की हुई गीत है,वे अपने पिता को आदर्श मानते है माता सुनीता आचार्य हमेशा उन्हें अध्यापन के साथ संगीत पर फोकस करने कहती है शौर्य कहते है आज उनके ही आशीर्वाद से शालेय कार्यक्रम अंतर्गत विकासखंड स्तर पर पहली बार प्रस्तुति देकर प्रथम स्थान प्राप्त किया आगामी दिनों में जिला स्तरीय प्रतियोगिता पर भी अच्छा प्रस्तुतिकरण कर सकूं ऐसा प्रयास है।










