जिला प्रशासन मेहरबान…एमएसपी पावर प्लांट पर कड़ी कार्यवाही हुई…मौत बना मजाक…एन आर इस्पात को खुली छूट…निरीक्षण के नाम पर केवल खानापूर्ति…
क्रेन चालक की मौत के बाद… एन आर इस्पात प्लांट को…जिला प्रशासन ने किया प्रतिबंधित…शोकाज नोटिस किया जारी…होगी कड़ी कार्रवाई
रायगढ़ / एन आर इस्पात उद्योग में 13 अगस्त को क्रेन ऑपरेटर की मौत का मामला सामने आया था। जानकारी के अनुसार क्रेन में 10 टन का स्टील लोड होने के कारण बेल्ट टूट गया था। जिससे क्रेन ऑपरेटर की मौत हो गई थी। घटनास्थल पर भी कामगार की असमय मौत से प्लांट के भीतर दहशत का माहौल निर्मित हो गया था। ऐसा ही एक मामला जामगांव स्थित एम एस पी पावर प्लांट स्टील में देखने को मिला था जहां एक कर्मचारी के ऊपर गर्म लावा गिरने उसकी मौके पर मौत हो गई थी। मामले में जिला प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते जुर्माना के साथ प्लांट के भीतर प्रतिबंध लगा दिया था। वही एन आर इस्पात हादसे के एक सप्ताह बाद भी ना तो प्लांट को जुर्माना हुआ ओर ना ही सुरक्षा के लिए निर्देश दिए गए।
कारखाने को औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा केंद्र विभाग ने निरीक्षण कर अनेक प्रकार की खामियां पाई गई है। अब देखना यहां होगा कि एनआर इस्पात पर जिला प्रशासन व औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग किस प्रकार की कार्रवाई करती है।
तय सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने पर एन आर इस्पात को उद्योग अधिनियम विभिन्न धाराओं के तहत कड़ी कार्यवाही तो हो सकती है
चल रही है विभागीय कार्यवाही
एनआर इस्पात मे कारखाने के जिस इलाके में हादसा हुआ था उसे प्रतिबंधित किया गया है, इसके साथ ही शोकाज नोटिस जारी किया गया है
मनीष कुमार श्रीवास्तव, उपसंचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा