रायगढ़. / छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के आरंग थाना अंतर्गत गौ तस्करी के शक मे हुए मॉब लिंचिंग ने छत्तीसगढ़ के शांत,न्याय प्रिय जनता को झझकोर कर रख दिया है. दिनांक 6 -7 जून की दरमियानी रात में हुए इस घटना से 2 युवकों की मौके पर मौत हो गई. तीसरा युवक गंभीर रूप से घायल मौत जिंदगी की लड़ाई लड़ते लड़ते स्वर्ग सिधार गया. मॉब लिंचिंग करने वालों पर कार्यवाही एवं पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में विभिन्न संगठनों के द्वारा ज्ञापन दिया गया. ज्ञापन देने के बावजूद किसी पर भी कार्यवाही नहीं होने से न्याय में आस्था रखने वाले जनता, संगठन प्रदर्शन के लिए बाध्य हो रहे हैं. इसी कड़ी में विगत दिवस छत्तीसगढ़ किसान सभा रायगढ़ के द्वारा अंबेडकर प्रतिमा के पास सांकेतिक प्रदर्शन किया गया. सांकेतिक प्रदर्शन मे संयुक्त किसान मोर्चा, जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा, भारतीय जन नाट्य संगठन (इप्टा ) अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन (एप्सों) एवं आम नागरिकों की भागीदारी रही. प्रदर्शन स्थल पर छत्तीसगढ़ किसान सभा के साथी लंबोदर साव, संयुक्त किसान मोर्चा के साथी मदन पटेल, जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा के साथी शेख कलीमुल्लाह, इप्टा के साथी भरत निषाद एप्सों के साथी मोहम्मद साकिब एडवोकेट मुशर्रफ अली, साथी नित्यानंद साथी समय लाल साथी रासबिहारी खम्हारी, हाजी शेख अब्दुल्लाह साबरी ने अपने विचार रखें. वक्ताओं ने कहा कि शांति के टापू छत्तीसगढ़ में हुए इस घटना की कितनी निंदा की जाए कम है. घटना के 13 दिन बाद भी मोब लिंचींग के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई होना छत्तीसगढ़ पुलिस प्रशासन की विफलता को साबित करती है. पुलिस प्रशासन ने एस आई टी का गठन किया लेकिन कार्यवाही कुछ भी नहीं की है . आरोपी आज भी खुले आम घूम रहे हैं. इससे समूचे छत्तीसगढ़ की जनता में आक्रोश है और वह प्रदर्शन के लिए बाध्य हो रहे हैं. दोषियों की गिरफ्तारी और पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की गई. प्रदर्शन के अंत में छत्तीसगढ़ किसान सभा के द्वारा मॉब लिंचिंग में लिप्त आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा देने की मांग को लेकर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार रायगढ़ श्री लोमेश मिरी को ज्ञापन दिया गया. ज्ञापन में अन्य संगठन के पदाधिकारीयों ने हस्ताक्षर करते हुए मांग का समर्थन किया. उक्त जानकारी किसान सभा के अध्यक्ष लंबोदर साव द्वारा दी गई.










