रायगढ़ / तमनार; 13 मार्च 2024: जिले के तमनार ब्लॉक में अदाणी फाउंडेशन ने अंचल के आदिवासी बालिकाओं को तीरंदाजी में नुपूर्ण करने का बीड़ा उठाया है। ग्राम ढोलनारा की काजल भगत जिसके पिता घुरउराम एक कृषक हैं को तीरंदाजी का शौक था। रायगढ़ जिले के घरघोड़ा नगर में स्थित एक विद्यालय में कक्षा 9 वीं की छात्रा काजल ने महज 15 वर्ष की उम्र में ही अपने इस हुनर का प्रदर्शन गत वर्ष 2023 में आयोजित हुए एक राष्ट्रीय स्तर की तीरंदाजी प्रतियोगिता में किया था। अदाणी फाउंडेशन की तमनार शाखा ने उसके इस प्रतिभा को निखारने एवं प्रतिदिन अभ्यास के लिए बीते सप्ताह सोमवार को एक रिकर्ब बो (तीर-धनुष) की पूरी किट भी प्रदान की है। जो की काजल को राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले जाने वाली तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए सहायक होगा।
क्या होता है रिकर्ब बो ?
रिकर्ब बो एक ऐसा तीर धनुष का सेट है जिसकी कीमत रुपये 1.00 से 1,50 लाख के बीच होती है। जिसे राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रिय स्तर की तीरंदाजी प्रतिस्पर्धा में उपयोग किया जाता है। गांव के अभ्यर्थी इसकी लागत के कारण आसानी से खरीद नहीं पाते हैं।
गौरतलब है कि अदाणी फाउंडेशन द्वारा अंचल के आदिवासी छात्रों के लिए गारे-पेल्मा III कॉलरी लिमिटेड के सामाजिक सहभागिता के तहत निःशुल्क आर्चरी प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत दो वर्ष पूर्व की गई। तमनार के स्वामी आत्मानन्द विद्यालय में शुरू किये गए इस केंद्र में कोरबा के ट्रेनर श्री नकुल सिंह के द्वारा कुल 15 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण ले रहे सभी विद्यार्थियों को फाउंडेशन द्वारा आर्चरी किट भी प्रदान किया गया। इनमें से 8 विद्यार्थी दिसम्बर 23 में रायपुर के साइंस कॉलेज में सब जूनियर राज्य स्तरीय आर्चरी प्रतियोगिता में भाग लेने गए थे। इसके पश्चात 8 विद्यार्थी साई ट्रायल सिलेक्शन के लिए बिलासपुर स्थित बहतराई स्टेडिम में भी शामिल हुए थे।
अदाणी फाउंडेशन जिले के तमनार तथा पुसौर ब्लॉक में सामाजिक सहभागिता के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना विकास तथा आजीविका उन्नयन के कई कार्यक्रम संचालित करता है, जिनमें आदिवासी युवाओं को इंजीनियरिंग तथा मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी ग्राम कुंजेमुरा में स्थित ऑनलाइन केंद्र में नामी शिक्षकों के द्वारा कराई जाती है। जिसमें से शिक्षा सत्र 2023 -24 के लिए तीन छात्र इंजीनियरिंग तथा एक छात्रा मेडिकल की पढ़ाई के लिए चयनित हुए थे।